अतीक अहमद – माफिया और बाहुबली | Gangster -Atik Ahamad Biography In Hindi

Atik Ahamad- Murder-Property-Birth- Family – Crime-Political Journey-Biography in Hindi अतीक अहमद-| Atik Ahamad  ऊपर किडनैपिंग, एक्सटॉर्शन, मर्डर, बलात्कार, जैसे अपराध के चार्ज लगे हुए थे | उसने राजनीति को भी पूरी  तरह से इस्तेमाल अपने अपराध के साम्राज्य को बढ़ने  लिए किया  वह कई बार समाजवादी पार्टी की तरफ से एमएलए(MLA ) चुन के आया| Atik Ahamad अपना पूरा परिवार को भी अपराध की दुनिया में झोंक दिया उसके अपने 4 बेटे-(Sons)  उसकी अपनी पत्नी –(wife)और आखिरकार 3 लोगों ने मीडिया का रूप धारण कर आए और उसकी हत्या कर दी |  वह अपनी राजनीति फायदा के लिए अपने गुरु-(Guru ) चाँद  बाबा को भी रास्ते से हटा दिया उसका खौफ प्रयागराज ही नहीं पूरे यूपी  में चलता था | Atik Ahamad जब वह उमेश पाल मर्डर केस में जेल में था तो कैसे 10 जजों ने उसकी जमानत अर्जी की सुनवाई करने से इनकार कर दिया उसके खौफ से | Atik Ahamad के पिता-(Father ) तांगे चलाते थे |

अतीक अहमद का जन्म और बचपन|Birth of Atik Ahamad in hindi

  • अतीक अहमद का जन्म 10 अगस्त 1962 में हुआ उसका पूरा परिवार गरीबी और बदहाली में गुजार रहा था उसके पिता फिरोज अहमद जो कि इलाहाबाद के चकिया मोहल्ले में रहा करते थे वहीं पर उसका जन्म हुआ उसके पिता तांगा चलाकर पैसे भी परिवार का पालन पोषण करते थे फिरोजशाह फिरोज अहमद जो कि उसके पिता उसको पढ़ाई के लिए भेजा करते थे लेकिन उसके पढ़ाई में मन नहीं था जिसके परिणाम स्वरूप और दसवीं में फेल हो गया
  • लेकिन उसको तेजी से अमीर और बाहुबली और अपना द बाबा पूरे शहर में दिखाना था करके उसने 17 साल की उम्र से ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया वह जल्दी ही बाहुबली बनने की रेस में उसने अपने गुरु चांद बाबा की हत्या करा दी वह चर्चा में तब आया जब उसने बहुजन समाज पार्टी के नेता उमेश पाल की हत्या कर दी और वह जेल गया और जेल जाने के के बाद वह जब वह उसको चुनाव लड़ना था तो उसने अपने बेल की अर्जी के लिए कोर्ट को अप्लाई किया लेकिन कोर्ट की कोर्ट में 10 जजों अतीक अहमद के खौफ से उसका फैसला देने से इंकार कर दिया

 

अपराध और राजनीती का सफ़र-  

  • अतीक अहमद जब उसने जुर्म की दुनिया में कदम रखा हूं नहीं 1989 मैं अपने गुरु चांद बाबा और वहां के वर्तमान समय के माफिया का हत्या करवा दिया | इससे पुलिस ही नहीं वहां के आम जनता भी खूब से कांपने लगी थी और खौफ पूरे जनता और पूरे यूपी में फैल गया |
  • उसने चांद बाबा की हत्या करवाई क्योंकि उसको राजनीति में कदम अपना रखना था उसने प्रयागराज के पश्चिमी सीट से विधायकी का चुनाव निर्दलीय रूप में लड़ा और वह जीत भी गया अब उस का सिक्का बोलने लगा था अतीक अहमद अभी तक बाइक बाहुबली गुंडा था|
  • पुलिस की नाक में दम कर के रखा था लेकिन अब वह एक (MLA) एक विधायक बन चुका था जैसे वह विधायक बना अपराध का राजनीतिकरण हो गया और वह उसने बाद में समाजवादी पार्टी का दामन पकड़ लिया|
  • 5 बार उसने विधायक की का चुनाव जीता साल 1991 और 1993 में भी अतीक निर्दलीय चुनाव जीता। साल 1995 में लखनऊ के चर्चित गेस्ट हाउस कांड में भी उसका नाम सामने आया। साल 1996 में सपा के टिकट पर विधायक बना। साल 1999 में अपना दल के टिकट पर प्रतापगढ़ से चुनाव लड़ा और हार गया। फिर 2002 में अपनी पुरानी इलाहाबाद पश्चिमी सीट से पांचवीं बार विधायक बना।
    बाद में उसने सोचा कि संसद जाने का फैसला किया वह फूलपुर सीट से चुनाव लड़ा और जीता अभी उसके बाद वह वहां की सीट खाली हो गई 2004 में सांसद बनने के बाद|
  •  वहां की सीट खाली हो गई और उसने सोचा कि उसका भाई वहां से जीत लेगा लेकिन वहां पर उसका मुकाबला पीएसपीके राजू पाल से था अब्बा राजू पाल उसके नजरों में आ गया था बाद में उसने तो है 25 जनवरी 2005 को राज्यपाल को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करवा दी इस हत्याकांड में देवी पाल और संदीप यादव की भी मौत हो गई इस हत्याकांड में सीधे तौर पर सांसद अतीक अहमद के भाई अशरफ का नाम आया अशरफी जुर्म की दुनिया में एक बहुत बड़ा नाम बन चुका था
  • पुलिस और नेताओं से सांठगांठ हो गई और कुछ ही सालों में वह चांद बाबा से भी बड़ा बदमाश बन गया। जिस पुलिस ने अतीक को शह दे रखी थी, अब वही उसकी आंख की काटा   बन गया।

क्या है उमेश पाल हत्याकांड?

  • 24 फरवरी को मारे गए उमेश पाल की पत्नी जया ने पुलिस को बताया कि उसका पति राजू पाल हत्याकांड का चश्मदीद गवाह है। उसने यह भी आरोप लगाया कि 2006 में, अतीक अहमद और उसके सहयोगियों ने उसके पति का अपहरण कर लिया और उसे अदालत में अपने पक्ष में बयान देने के लिए मजबूर किया।
  • प्रयागराज की एक स्थानीय अदालत से घर लौटते समय उमेश और उनके पुलिस एस्कॉर्ट्स पर हमला किया गया। जया ने दावा किया कि अहमद के बेटे गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और अन्य लोग पीछे से आए, उन्होंने गोलियां चलाईं और उन पर देसी बम फेंके। उमेश पाल और पुलिस एस्कॉर्ट को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

अतीक अहमद की कु सम्पति –Property Of Atik Ahamad

  • 2020 में अतीक अहमद की संपत्ति पूरी तरह से अवैध घोषित की जा चुकी है जब उसने 2019 में वाराणसी बनारस के संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने की घोषणा की तो चुनाव में बताया था कि उसकी संपत्ति ₹250000000 है
  • लेकिन 2023 में यह पाया  गया कि उसकी पूरी संपत्ति 1169 करोड़ की  है जिसमें से 417 करोड़ों की संपत्ति प्रशासन ने जप्त कर लिया है और 752 को लड़की संपत्ति पर बुलडोजर चलाया गया है
  • उसने अपने यह 3 दशक में 1200  सौ करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति का साम्राज्य खड़ा कर दिया था जब  ईडी ने जब उसके 15 ठिकानों पर छापा मारा तो 100 करोड़ की अवैध बेनामी संपत्ति का कागज मिले हैं उसके लखनऊ के आवासीय क्षेत्र पर 47 लाखों रुपए की कीमत के 5900 Sq.Ft.  फुट मकान के सबूत मिले हैं 2013 में उसने लखनऊ में एक प्लॉट 29 लाखों रुपए में लिखवाई थी जेपी सर्किल रेट के आधार पर इसकी कीमत ₹47 लाख  थी

अतीक अहमद का की हत्या- Murder Of Atik Ahmad.

  •   15 अप्रैल 2023 को इस को गोली मारकर हत्या कर दी गई प्रयागराज के सरकारी मेडिकल हॉस्पिटल में उसको मेडिकल टेस्ट के के लिए ले जाना था | वहीं पर जब पुलिस ने , पुलिस वैन  से उसको बाहर निकाला तो मीडिया वालों के जब  सवालों के जवाब दे रहा था इसी वक्त  तीन हमलावर जो कि मीडिया के रूप में आए थे उसके  के सिर पर  बंदूक से लगाकर  गोली मार दी वहीं उसका भाई भी अशरफ जो कि वह उसको भी गोली मार दिया गया |
  • दोनों अतीक अहमद और उसका भाई असरफ अहमद दोनों एक ही हथकड़ी में बंधे हुए थे | उन दोनों की हत्या एक फ़िल्मी स्टाइल में हुआ जो की इसके ऊपर एक फिल्म बन जाएगी | उसका बेटा असद का एनकाउंटर पहले ही 13 अप्रैल 2023 को हो गयी थी | प्रयागराज में उमेश पाल और दो पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद से अब तक कुल 6 आरोपी मारे जा चुके हैं,

 

FAQ

अतीक अहमद कौन था ?

अतीक अहमद – माफिया, बाहुबली , सांसद था |

अतीक अहमद के Property कितनी की है ?

3 दशक में 1200 सौ करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति का साम्राज्य खड़ा कर दिया था 2023 में यह पाया गया कि उसकी पूरी संपत्ति 1169 करोड़ की है जिसमें से 417 करोड़ों की संपत्ति प्रशासन ने जप्त कर लिया है और 752 को लड़की संपत्ति पर बुलडोजर चलाया गया है

अतीक अहमद हत्या कैसे हुई ?

तीन हमलावर जो कि मीडिया के रूप में आए थे उसके के सिर पर बंदूक से लगाकर गोली मार दी वहीं उसका भाई भी अशरफ जो कि वह उसको भी गोली मार दिया गया |

अतीक अहमद कितनी बार चुनाव जीता ?

5 बार उसने विधायक की का चुनाव जीता साल 1991 और 1993 में भी अतीक निर्दलीय चुनाव जीता। साल 1995 में लखनऊ के चर्चित गेस्ट हाउस कांड में भी उसका नाम सामने आया। साल 1996 में सपा के टिकट पर विधायक बना। साल 1999 में अपना दल के टिकट पर प्रतापगढ़ से चुनाव लड़ा और हार गया। फिर 2002 में अपनी पुरानी इलाहाबाद पश्चिमी सीट से पांचवीं बार विधायक बना।

 

 

 

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