शारदा सिन्हा मिथिला की एक लोकप्रिय मैथिली और भोजपुरी गायिका हैं।इस पोस्ट के हम जानेंगे उनके परिवार, लड़का , लड़की, गयीकी, पति, परस्कार , गायन शैली , और शारीरिक बनावट के बारे में |वह छठ पूजा थीम गीत “हो दीनानाथ” के मैथिली संस्करण के लिए जानी जाती हैं। सिन्हा को गणतंत्र दिवस, 2018 की पूर्व संध्या पर भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
सिन्हा ने हिट फिल्म मैंने प्यार किया (1989) का “कहे तो से सजना”, बॉलीवुड फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर पार्ट 2 का “तार बिजली” और बॉलीवुड फिल्म चारफुतिया छोकरे का “कौन सी नगरिया” गाना भी गाया।
शारदा सिन्हा का परिवार – Sharda Sinha Family
शारदा सिन्हा (जन्म 1 अक्टूबर 1952) एक भारतीय लोक और शास्त्रीय गायिका हैं। शारदा सिन्हा के परिवार में पति – ब्रजकिशोर सिन्हा है. बेटा अंशुमन सिन्हा और बेटी -वंदना है. शारदा सिन्हा के ससुराल वालो को उनको गाना पसंद नहीं था और बहुत सरे बिरोध का सामना पति के घर वालो से करना पड़ा लेकिन इसमे पति का अच्छा सहयोग मिला और उन्होंने गायकी चालू रखा फिलहा अभी वह समस्तीपुर में रहने के साथ संगीत की शिक्षा देती है .
शारदा सिन्हा पति-Sharda Sinha Husband
हमारे रिकॉर्ड के मुताबिक, शारदा सिन्हा ने ब्रजकिशोर सिन्हा से शादी की थी। 12 जनवरी, 2023 तक शारदा सिन्हा किसी के साथ डेटिंग नहीं कर रही हैं।
शारदा सिन्हा का ऑडिशन अनुभव-Sharda Sinha Starting audition experience.
- शारदा सिन्हा एक इंटरवेयूऊ में बताया की अलग -अलग सभी को कन्तेस्तेड को बुलाया जा रहा था. जब मैं आखिरी में पहुंची और जाकर बोली कि गाना गाऊंगी. मेरी आवाज में यह बात सुनते ही जहीर अहमद ने बोला कि नहीं जाओ, तेरी आवाज अच्छी नहीं है. मुझे वह से निकाल दिया गया . ऑडिशन के लिए मैं समस्तीपुर से लखनऊ पहुंची थी मैं बहुत निराश हो गई.
- मैंने सोच लिया कि जब मेरी आवाज रिजेक्ट ही कर दी गयी तो अब कभी नहीं गाऊंगी. मैं अमीनाबाद पहुच कर खूब ढेर साड़ी कुल्फी खाई और उसके बाद मेरे पति ने कहा अब हम लौट जायेंगे
शारदा सिन्हा शारीरिक ढाचा=Sharda Sinha Sharirik Sarachana In Hindi
5′ 5” हाईट और वजन 70 किलो है।
बिस्मिल्लाह खान -शहनाई वादक
शारदा सिन्हा बिहार की गौरव –Sharda Sinha Bihar ki Gaurav In Hindi
- शारदा सिन्हा बिहार, भारत की एक प्रसिद्ध भारतीय लोक और पार्श्व गायिका हैं। वह मैथिली, भोजपुरी और मगही संगीत शैलियों में अपने योगदान के लिए जानी जाती हैं। शारदा सिन्हा की सुरीली आवाज और भावपूर्ण गायन ने उन्हें बेहद लोकप्रिय बना दिया है, खासकर प्रेम, रिश्तों और पारंपरिक त्योहारों के इर्द-गिर्द घूमते लोकगीतों के लिए।
- उनके सबसे प्रसिद्ध गीतों में से एक “भोजपुरी सोहर” है, जो एक पारंपरिक लोक गीत है जिसे बच्चे के जन्म समारोह के दौरान गाया जाता है। यह गीत अत्यधिक लोकप्रिय हुआ और उसे व्यापक पहचान मिली। शारदा सिन्हा ने कई अन्य क्षेत्रीय लोक गीत भी गाए हैं, जिनमें “बदरिया बरस गई उस पार” और “सुना ऐ राजा जी” शामिल हैं, जिन्हें दर्शकों से महत्वपूर्ण सराहना मिली है।
- लोक संगीत में अपने योगदान के अलावा, शारदा सिन्हा ने पार्श्व गायिका के रूप में बॉलीवुड फिल्मों में भी अपनी आवाज़ दी है। उनके द्वारा गाए गए कुछ उल्लेखनीय फिल्मी गीतों में “प्यार के बंधन” फिल्म का “ओढ़नी के रंग पियार” और इसी नाम की फिल्म का “सावन को आने दो” शामिल हैं।
- शारदा सिन्हा की मंत्रमुग्ध कर देने वाली आवाज और अपने श्रोताओं की भावनाओं से जुड़ने की क्षमता ने उन्हें भारत में संगीत के प्रति उत्साही लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान दिलाया है। क्षेत्रीय लोक संगीत में उनके योगदान ने बिहार और आसपास के क्षेत्रों की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
शारदा सिन्हा-गायक प्रसिद्ध गीत-Sharda Sinha Prasidhha Geet In Hindi
प्रसिद्ध भारतीय लोक और पार्श्व गायिका शारदा सिन्हा ने अपने पूरे करियर में हमें कई यादगार गीत दिए हैं। यहाँ उनके कुछ प्रसिद्ध गीत हैं:
- “भोजपुरी सोहर” – प्रसव समारोहों के दौरान गाए जाने वाले इस पारंपरिक लोक गीत ने शारदा सिन्हा को व्यापक पहचान दिलाई और यह उनके सबसे लोकप्रिय गीतों में से एक है।
- “बदरिया बरस गई उस पार” – एक भावपूर्ण और मधुर ट्रैक, यह गीत एक गायिका के रूप में शारदा सिन्हा की बहुमुखी प्रतिभा को प्रदर्शित करता है।
- “सुना ऐ राजा जी” – यह आकर्षक भोजपुरी लोक गीत एक बड़े पैमाने पर हिट हुआ और अक्सर सांस्कृतिक उत्सवों और समारोहों के दौरान बजाया जाता है।
- “सर हवा झुके” – एक सुंदर मैथिली लोक गीत जो अपनी भावनात्मक अपील और दिल को छू लेने वाले गीतों के लिए जाना जाता है।
- “आओ सखी हर मेल करें” – तीज के त्योहार के दौरान गाया जाने वाला एक पारंपरिक गीत, यह ट्रैक शारदा सिन्हा की मोहक आवाज और लोक गायन शैली को दर्शाता है।
- “बिहारी बाबू” – शारदा सिन्हा के जीवंत गायन और ऊर्जावान प्रदर्शन की विशेषता वाला एक लोकप्रिय भोजपुरी गीत।
- “दुल्हिन” – एक व्यापक रूप से पसंद किया जाने वाला भोजपुरी विवाह गीत जो शादी की खुशी और उत्सव को दर्शाता है।
ये शारदा सिन्हा के प्रसिद्ध गीतों के कुछ ही उदाहरण हैं, और उन्होंने बिहार और आसपास के क्षेत्रों के लोक संगीत प्रदर्शनों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी भावपूर्ण प्रस्तुतियों और भावपूर्ण प्रदर्शनों ने उन्हें भारतीय लोक संगीत के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित व्यक्ति बना दिया है।
शारदा सिन्हा की कुल सम्पति-Sharda Sinha Net Worth in Hindi
शारदा सिन्हा की कुल संपत्ति 15 से 50 करोड़ है।
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शारदा सिन्हा शिक्षा=Sharda Sinha Education In Hindi
शारदा सिन्हा आर्ट्स से ग्रेजुएसन की डिग्री पटना विश्वविद्यालय से की है |
शारदा सिन्हा -गायक- गायन शैली-Sharda Sinha Gaana Gane Ka Style in Hindi
- शारदा सिन्हा, भारतीय लोक और पार्श्व गायिका, की एक विशिष्ट गायन शैली है जिसने वर्षों से दर्शकों को मोहित किया है। उनकी गायन शैली की विशेषता इसकी भावनात्मक गुणवत्ता, आत्मीयता और श्रोताओं के साथ गहरे भावनात्मक स्तर पर जुड़ने की क्षमता है।
- शारदा सिन्हा की आवाज अपनी स्पष्टता, शुद्धता और बहुमुखी प्रतिभा के लिए जानी जाती है। उनके पास एक मधुर और सुखदायक स्वर है जो उनके गीतों में व्यक्त भावनाओं और भावनाओं को व्यक्त करने के लिए खुद को अच्छी तरह से उधार देता है। चाहे वह रोमांटिक गाथागीत, लोक गीत, या पारंपरिक धुन गाती हो, उसकी आवाज़ में एक आकर्षक गुण है जो श्रोताओं के साथ प्रतिध्वनित होता है।
- शारदा सिन्हा की गायन शैली के उल्लेखनीय पहलुओं में से एक क्षेत्रीय लोक संगीत के सार को सामने लाने की उनकी क्षमता है। जो मैथिली, भोजपुरी और मगही लोक गीतों की उनकी प्रस्तुतियों में परिलक्षित होती है।
- इसके अतिरिक्त, शारदा सिन्हा को उनके गलत उच्चारण और उनके द्वारा गाए जाने वाले गीतों की भावनाओं और बारीकियों को व्यक्त करने की क्षमता के लिए जाना जाता है। उसकी प्रस्तुतियाँ एक ईमानदार और हार्दिक प्रस्तुति द्वारा जानी जाती हैं, जिससे वह अपने द्वारा गाए जाने वाले गीतों में मौजूद आनंद, प्रेम, लालसा और उत्सव की भावनाओं को प्रभावी ढंग से संप्रेषित कर पाती हैं।
- कुल मिलाकर, शारदा सिन्हा की गायन शैली की विशेषता उनकी भावपूर्ण आवाज, भावनात्मक गहराई और क्षेत्रीय लोक संगीत के सार को सामने लाने की क्षमता है। संगीत उद्योग में उनके योगदान ने उन्हें भारतीय लोक और पारंपरिक संगीत के प्रशंसकों के बीच एक सम्मानित और प्रिय व्यक्ति बना दिया है।
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शारदा सिन्हा-गायक पुरस्कार-Sharda Sinha Puraskar-Award In Hindi
भारतीय लोक और पार्श्व गायिका शारदा सिन्हा को संगीत उद्योग में उनके योगदान के लिए कई प्रशंसा और मान्यता मिली है।
- पद्म श्री: 2018 में, शारदा सिन्हा को लोक संगीत के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
- बिहार रत्न: शारदा सिन्हा को संगीत के क्षेत्र में उनकी अपार प्रतिभा और उपलब्धियों को पहचानते हुए बिहार सरकार द्वारा बिहार रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
- संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार: भारतीय संगीत में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार मिला, जो भारत में प्रदर्शन करने वाले कलाकारों के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है।
- मैथिली शरण गुप्त सम्मान: शारदा सिन्हा को संगीत के क्षेत्र में उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए बिहार सरकार द्वारा मैथिली शरण गुप्त सम्मान से सम्मानित किया गया था।
- भोजपुरी पुरस्कार: भोजपुरी संगीत में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें कई भोजपुरी पुरस्कार मिले हैं, जिनमें सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका और लाइफटाइम अचीवमेंट सम्मान शामिल हैं।
FAQ
शारदा सिन्हा किस लिए जानी जाती हैं?
शारदा सिन्हा विशेष रूप से मैथिली और भोजपुरी भाषाओं में लोकगीतों की भावपूर्ण और मधुर प्रस्तुतियों के लिए जानी जाती हैं। उन्हें क्षेत्रीय लोक संगीत में उनके योगदान के लिए पहचाना जाता है और उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों के लिए पार्श्व गायिका के रूप में भी गाया है।
शारदा सिन्हा के कुछ प्रसिद्ध गाने कौन से हैं?
शारदा
क्या शारदा सिन्हा को कोई पुरस्कार मिला है?
जी हां, शारदा सिन्हा को संगीत में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार और मान्यता मिली है। उन्हें पद्म श्री, बिहार रत्न, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और मैथिली शरण गुप्त सम्मान सहित अन्य से सम्मानित किया गया है।
शारदा सिन्हा की गायन शैली क्या है?
शारदा सिन्हा की गायन शैली की विशेषता इसकी भावनात्मक गुणवत्ता, आत्मीयता और भावनात्मक स्तर पर श्रोताओं से जुड़ने की क्षमता है। उनकी आवाज़ अपनी स्पष्टता, शुद्धता और बहुमुखी प्रतिभा के लिए जानी जाती है, और उन्हें क्षेत्रीय लोक संगीत परंपराओं की गहरी समझ और प्रशंसा है।
क्या शारदा सिन्हा ने बॉलीवुड फिल्मों के लिए गाना गाया?
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